डिजिटल मार्केटिंग एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा हम किसी भी उत्पाद या सेवा को ऑनलाइन प्रमोट कर सकते है या फिर बेच सकते है | इन दिनों, लोग बहुत ज्यादा ऑनलाइन शोध करते है, चाहे कोई वास्तु या सेवा खरीदनी हो, चाहे घर या केक खरीदना हो, वे ज्यादातर मोबाइल या कंप्यूटर के द्वारा ऑनलाइन शोध करते है | निस्संदेह, इंटरनेट सारे मंचो को डिजिटिकरण करने में अहम् भूमिका निभाता है | लगभग ८०-९०% लोग अधिकतर सेवाओं को डिजिटल माध्यम से ही उपयोग करते है जैसे कि ऑनलाइन खरीददारी, टिकट बुकिंग, बिल भुगतान, फ़ोन रिचार्ज, ऑनलाइन लेनदेन एवं बहुत कुछ | अब ये सवाल उठता है कि डिजिटल मार्केटिंग है क्या?
अपनी सेवाओं और उत्पादों को डिजिटल स्त्रोत के माध्यम से ऑनलाइन बेचना ही डिजिटल मार्केटिंग कहा जाता है जिसमे इंटरनेट बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है | ये ऑनलाइन नए ग्राहकों तक पहुँचने का प्रभावी रास्ता है और इसलिए इसे ऑनलाइन मार्केटिंग भी कहा जाता है | इसको पूर्ण रूप से लागू होने में भोत समय लगा. १९८० में, कुछ पहल कि गयी थी जो कि कामयाब नहीं हुई | इसलिए १९९० में, फिर से कोशिश की गयी और डिजिटल मार्केटिंग कामयाब हुई | चाहे वो अकेला व्यापारी हो, छोटा उद्यमी हो या फिर बड़ी कंपनी हो, डिजिटल मार्केटिंग कम समय में अधिकतर और सही लोगो तक पहुँचने में मदद करती है | इसलिए ये नविन टेक्नोलॉजी है जिसके द्वारा ज्यादा लोगो तक पहुंचा जा सकता है |
इस आधुनिक संसार में बने रहने के लिए हमे नए तौर तरीको का इस्तेमाल करना चाहिए जिनमे से डिजिटल मार्केटिंग भी है जो कि बहुतायत प्रयोग होता है इंटरनेट कि मदद से | लोगो के पास समय भी कम है और मार्केटिंग गतिविधियों पे चर्चा करने की इच्छा और क्षमता भी कम है | दरअसल, लोगो के पास मिलने का समय निकलना भी आसान नहीं है | दूसरी तरफ, डिजिटल मार्केटिंग और ऑनलाइन मार्केटिंग सोशल नेटवर्किंग साइट्स के द्वारा किसी व्यक्ति को सक्षम बनता है दूसरे लोगो से संबंध बनाने के लिए, बाकी क्रियाकलाप करते हुए | इसी सुविधा, प्रभावी लागत और कम समय को देखते हुए, डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है |
डिजिटल मार्केटिंग व्यवसायी और ग्राहक दोनों को अत्यधिक सुविधा के साथ काम करने के लिए सक्षम बनाता है | लोग अपने व्यवसाय के उत्पादों और सेवाओं की बिक्री को बिना बाज़ार में जाए बढ़ा सकते है | कुछ भी गूगल करो और वो पाओ जो आप खरीदना चाह रहे है | संक्षेप में, डिजिटल मार्केटिंग-
संक्षेप में, डिजिटल मार्केटिंग ही एकमात्र ऐसा स्त्रोत है जिसके माध्यम से बेहतर परिणाम कम खर्चे और कम समय में लाये जा सकते है |
हमने पिछले कुछ वर्षो में बहुत सारे बदलाव देखे है और ये सारे बदलाव सार्वभौमिक है | एक वक़्त था जब उत्पाद या सेवा वस्तु-विनिमय के माध्यम से बिकती थी और अब इन दिनों, हर वस्तु इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन मौजूद है |
इंटरनेट ने दुनिया में रह रहे लोगो को एक दूसरे से जुड़ने का एक अद्भुत मंच दिया है जो कि पहले मुमकिन नहीं था | इंटरनेट ही एक ऐसा माध्यम है जिसकी वजह से विक्रेता और ग्राहकों के मध्य नियमित वार्तालाप के माध्यम से उत्तम सामंजसय बनाया जा सकता है |
डिजिटल मार्केटिंग की प्रभावशीलता उत्पादों और सेवाओं की तीव्र बिक्री के रूप पे देखि जा सकती है | पहले, निर्मित उत्पाद काफी लम्बे समय तक गोदामों में पढ़े रहते थे और सड़ते रहते थे क्यूंकि उनकी बिक्री समय पर नहीं हो पाती थी | उत्पादों को बेचने के लिए ऑफलाइन विज्ञापनों की मदद ली जाती थी जो कि बहुत महंगे होते थे और कम लोगो तक ही विज्ञापन पहुँच जाता था | वो विज्ञापन अपने मूल्य के अनुसार प्रभावशाली नहीं होते थे | इन दिनों ऐसा नहीं है, विभिन्न सर्च इंजन जैसे गूगल, फेसबुक, यूट्यूब इत्यादि की मदद से पहुँच ज्यादा और उचित है | उत्पाद अब सही लोगो को ज्यादा से ज्यादा दिखते है | ऑनलाइन वितरण की वजह से इनको सही लोगो तक तुरंत पहुँचाया जा सकता है और इसके उपलक्ष में भुगतान ऑनलाइन प्राप्त किया जा सकता है | अत: कोई भी भौतिक मौजूदगी की जरुरत नहीं और डिजिटल स्त्रोतों के द्वारा सारा कार्य आसानी से किया जा सकता है |
मूल्य वापस, सुविधाजनक प्रतिस्थापन्न और वापस नीति के साथ, उत्पादों को बेचना ज्यादा प्रभावी है | डिजिटल मार्केटिंग एक प्रचलित पंक्ति पर आधारित है -"जो दिखता वो बिकता है" | लोग इन दिनों इतने ज्यादा अवगत है की कोई भी विक्रेता और व्यवसायी कोई भी गलत जानकारी का इस वेब दुनिया में खुलासा नहीं कर सकता | साइबर नीतियों की सहायता से सर्च इंजन झूठे प्रोफाइल पे रोक लगा सकता है अगर कोई भी ग्राहक या दर्शक शिकायत कर दे |
भविष्य में भी व्यवसाय ऑनलाइन दृश्यता और सम्पूर्ण दक्षता पर आधारित रहेगा | दरअसल, नवीनीकरण और आधुनिकीकरण की वजह से लोगो को सही समय पर सही जानकारी के साथ सही उत्पाद और सेवाएं मिल सकेगी |
कोई भी डिजिटल मार्केटिंग बिना इंटरनेट के मुमकिन है ही नहीं और इसी वजह से इसे "इंटरनेट मार्केटिंग" कहा जाता है | इसका उद्देश्य उत्पादों और देवयो को ऑनलाइन बेचना है और इसीलिए इसे "ऑनलाइन मार्केटिंग" के नाम से भी जाना जाता है | डिजिटल मार्केटिंग एक ही मॉडल या रणनीति पर आधारित नहीं है, ये बहुतायत तकनिकी और गैर तकनिकी गतिविधियों का निचोड़ है जो कि:-
अपनी साइट को मार्किट करने में समय भी ज्यादा लगता है और पैसा भी| अपनी इस मार्केटिंग की लागत को कम करने के लिए और अच्छे परिणाम लाने के लिए, डिजिटल मार्केटिंग को अन्य स्त्रोतों के माधयम से भी उपयोग किया जा सकता है|
जो भी आप ऑनलाइन करे, हमे कोशिश करनी चाहिए कि हम नैतिक रास्तो का ही सहारा ले ताकि लम्बे समय तक भरोसा बनाया जा सके| अगर आप अपने क्लाइंट्स को अच्छे से सेवा कर रहे है, तो हमारे ग्राहक अच्छी विकसित दर से लम्बे समय तक रहेंगे | हरेक ऑनलाइन व्यावसायिक का फ़र्ज़ बनता है की ऐसे विश्वसनीयता बनाये रखे जिससे ग्राहक उसका विज्ञापन देखते ही उत्पाद खरीद ले|
डिजिटल मार्केटिंग कम लागत वाला एंड समय बचाने वाला मार्केटिंग का स्त्रोत जिसकी मदद से व्यापर को बढ़ाया जा सकता है| ये विक्रेता और ग्राहक के बीच में बेहतर और प्रत्यक्ष सामंजस्य बनाये रखता है| डिजिटल मार्केटिंग आधुनिकता की अद्वितीय खोज है| इसलिए इसे अच्छे से उपयोग करे और प्रभावी रूप से तथा नैतिकता से लागू करे | हैप्पी Digitization !!
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